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Friday, 20 March 2015

मकान मालकिन की बेटी

मैं एक नार्मल लड़का हु, सभी लडको के जैसा. जॉब करता हु और जॉब के सिलसिले में, मेरा काफी घूमना फिरना लगा रहा है. ये घटना हाल ही की है. मेरी पोस्टिंग चंडीगढ़ हुई और स्टोरी भी यहीं की है. यहाँ आये हुए, मुझे २ साल हो गये है और मैंने अपना रूम अभी तक चेंज नहीं किया है. ये कहानी भी मेरी और ये कहानी भी मेरी और मेरी मकान मालकिन की बेटी की है, जिसके साथ मेरे संभंद अचानक बन गये थे. मेरा रूम फर्स्ट फ्लोर पर है और मैं ज्यादा किसी से बात नहीं करता हु. बस ऑफिस से रूम – रूम से ऑफिस. यही रूटीन है. अक्सर अपने रूम में पेग लगाकर सेड सोंग, कोई ग़ज़ल या पंजाबी सोंग सुनता हु, जैसा भी मूड हो. मेरे मकान मालिक के दो बच्चे है १ लड़का और १ लड़की. लड़का २४ या २५ साल का है और लड़की २४ या २३ की. लड़का एम्बीऐ और लड़की ऍमऐ कर रही है.
हम लोग आपस में ही कम बातें किया करते थे. बस हाई और हेलो ही या ज्यादा से ज्यादा ५ से १० मिनट के लिए नार्मल बातें. ये बात अभी गर्मियों की है. वैसे तो उन बच्चो से कम ही बात करता हु. खास तौर से सिया से. सॉरी मैं आपको उन दोनों के नाम बताना भूल गया. लड़की का नाम सिया है और लड़के का नाम रणवीर है. मेरी उम्र २८ साल है, मैं ना चाहते हुए भी कभी-कभी सिया के बारे में सोच लेता हु. बट नार्मल ना की उसके साथ सेक्स करने का. मेरे मकानमालिक की फॅमिली काफी सीधे और अच्छे इन्सान है. अब ज्यादा बकवास ना करते हुए, मैं स्टोरी पर आता हु. एक दिन जब मैं ऑफिस से आया, तो थोडा टेंशन था काम का और उसको लेकर बॉस से थोड़ी अनबन हो गयी थी. रूम पर आया और अपने कमरे में जाकर लेट गया. मूड थोडा ऑफ था, तो सोचा बियर पिली जाये. मैंने जाके २ बियर पी और आकर कमरे में लेट गया. कभी-कभी जब मेरा मन करता है, तो मैं अपने कमरे में न्यूड लेटकर ब्लू फिल्म देखता हु. उस दिन भी मैं नंगा लेटा हुआ था और एक ब्लू फिल्म को देखते हुए अपने लंड को सहला रहा था. हलकी रौशनी के लिए मैंने कमरे में नाईट बल्ब लगा रखा है.
मैं थोडा नशे में था और ऊपर मेरे मकान मालिक कम ही आते है, तो मुझे विंडो क्लोज करने का ध्यान ही नहीं रहा और मैं मस्त मूवी देख रहा था. मालूम ही नहीं चला, कि कब सिया विंडो पर आके मुझे देख रही थी. मैं मूवी में मस्त था. अचानक मुझे लगा, कि विंडो पर कोई है. मैं बाथरूम में जाकर कपडे पहनने लगा और मूवी और विंडो क्लोज करके रूम से बाहर आ गया. बाहर आकर देखा, तो सिया खड़ी थी. मैंने उसको पूछा – कब आई? तो उसने कहा बस अभी आई हु. क्या कर रहे हो? मैंने कहा – कुछ नहीं. बस मूवी देख रहा था. उसने कहा – कौन सी? तो मैंने कहा – होलीवूड की है. मैंने पूछा – तुमने कोई मूवी देखि है. तो मैंने उसको पूछा – तुम देखना चाहती हो? उसने हाँ बोल दिया. मैं मन ही मन सोच रहा था, कहीं सिया ने मुझे नंगा और मूवी देखते हुए तो नहीं देख लिया है. फिर मैंने मन ही मन सोचा – ऐसा नहीं हो सकता. हम दोनों रूम में आ गये और मैंने मूवी शुरू कर दी. उसने कहा – ये नहीं, मुझे तो वो मूवी देखनी है, जो तुम देख रहे थे.
मैंने कहा – ये वही है. उसने बोला – मुझे मालूम है कि तुम क्या देख रहे थे. मैंने तुम्हे न्यूड और वो वो मूवी भी देखी है. मुझे वही मूवी देखनी है. मैंने कहा – वो तुम्हारे देखने के लिए नहीं है. वो जिद करने लगी और बोली – मेरी एक फ्रेंड ने मुझे इस तरह की मूवी के बारे में बताया है, पर मैंने कभी देखी नहीं. प्लीज मुझे देखनी है. उसके ज्यादा जिद करने पर, मैंने कहा – नहीं, नीचे जाओ. आंटी सोचेगी कि तुम ऊपर क्या कर रही हो? इतनी देर से और कोई ऊपर तुम्हे बुलाने आ जायेगा. तुम मूवी बाद में देख लेना. तो उसने कहा – प्लीज १० मिनट देखनी है. मैंने कहा – ठीक है. देख लो. मैंने मूवी शुरू कर दी और रूम से निकल कर बाहर आ गया. कुछ देर बाद, मैं अन्दर गया और मूवी बंद कर दी और उसको कहा – बस, और नहीं अब. कोई आ जायेगा. वो बोली – ठीक है. हाँ पर ये मूवी मैं बाद मैं देखूंगी. तुम दिखोगेना मुझे. मैंने भी उसे हाँ बोल दिया. और वो मुझे किस करके चले गयी. उसके इस तरह से किस करने से मैं शॉक रह गया और मेरी धड़कन राजधानी ट्रेन की तरह दौड़ने लगी. थोड़ी देर में जाके मैं नार्मल हुआ.
अब सब भूलकर मैं खाना खाकर सो गया और दिन उसी तरह गुजरने लगे और मैं उस बात को भूल गया. एकदिन जब मैं रूम पर पंहुचा, तो देखा सिया ऊपर छत पर थी और वो बहुत ही स्वीट और सेक्सी लग रही थी. मैंने कहा – क्या बात है? आज किसको मार डालने का इरादा है? तो उसने हंसकर बोला – तुम्हे और मैं भी हंस दिया. वो पूछने लगी, इतनी देर क्यों हो गयी. मैं कब से वेट कर रही हु. मैंने पूछा – कुछ काम था? कॉल कर देती. फिर मैंने उससे काम के बारे में पूछा. उसने कुछ नहीं बोला और कहा – तुम डेली जल्दी आ जाते हो और आज तो ९:०० बज गये है, इसलिए पूछ रही हु. मैं कुछ नहीं बोला और रूम खोलकर अन्दर आ गया. साथ में वो भी अन्दर आ गयी और बोली – तुम्हे याद है, तुमने मुझे एक मूवी दिखाई थी. मुझे वो मूवी देखनी है. मैंने कहा – ठीक है और एक मूवी चला दी. उसने कहा – ये नहीं. वो वाली, जो तुम उस दिन देख रहे थे. मुझ कुछ याद आया और मैंने बोला – वो वाली? उसने भी कन्फर्म किया – हाँ जी, वो ही वाली. फिर, मैंने उससे कहा – तुम मुझे पिटवाना चाहती हो? तो वो हंस पड़ी. बोली क्यों, तो मैंने कुछ नहीं बोला.
और उसे अपना लैपटॉप देकर बोला – इसे ले जाओ और मूवी भी इसी में है. वो वो मुझे गुस्से से देखने लगी. मैंने पूछा – क्या हुआ? वो बोली – कुछ नहीं और लैपटॉप लेकर चली गयी. मैं सोच रहा था, इसे क्या हुआ? मैंने चेंज किया और बेग से बियर निकालकर पिने लगा. अभी बियर पी ही रहा था. तो किसी ने डोर नॉक किया. मैंने बियर छुपा ली और डोर ओपन किया, तो सामने सिया खड़ी थी. मैंने कहा – “सिया”. क्या हुआ? वो बोली – खाना खा लो. आज तुम्हारा टिफिन नहीं आया है और मैं उसे देखने लगा. वो गुस्से में बोली – ले लो. क्या देख रहे हो. मैंने खाना ले लिया और फिर वो चली गयी. मैं फिर से बियर पीने लगा और खाना खाया. इस सब में ११:३० बज चुके थे. मुझे नीद नहीं आ रही थी, तो मैं कमरे से बाहर आकर छत पर टहलने लगा. इतने में सिया लैपटॉप लेकर आ गयी और बोली इसकी बैटरी ख़तम हो गयी है. मैंने कहा – चार्जर अन्दर बेग में पड़ा है, ले लो. उसने उस समय शॉर्ट्स और टीशर्ट पहनी हुई थी. बड़ी सेक्सी बम लग रही थी वो. मेरा तो उसको देखकर खड़ा होने लगा था.
वो अन्दर जाकर रूम में मूवी देखने लगी. मैं रूम में आ गया और बोला – सिया कोई देख लेगा, तुम इतनी रात को मेरे रूम में क्या कर रही हो? बहुत प्रॉब्लम हो जाएगी. वो उठी और मुझे हग करने लगी और बोली – आज घर पर कोई नहीं है. पापा टूर पर गये है और भाई फ्रेंड के घर पर स्टडी के लिए गया हुआ है. वो मुझे किस कर रही थी. अब मुझे भी कुछ होने लगा था. मैंने भी उसे किस करना शुरू कर दिया. मेरा एक हाथ अपने आप, उसके बूब पर चले गया और मैं उसके बूब्स को दबाने लगा. थोड़ी देर किस करने के बाद हम अलग हुए. हम दोनों की सांसे बहुत तेज हो चुकी थी और हम रूम में एक दुसरे की तेज आवाजो को सुन सकते थे. मैंने कहा – आंटी क्या कर रही है? उसने बताया – कि माँ सो गयी है और फिर हम दोनों दुबारा किस करने लगे. किस करते-करते मैंने उसकी शोर्ट में हाथ डाला, तो मालूम हुआ उसने पेंटी नहीं पहनी है और मैं उसके नेवल को रब करने लगा. मैं एक हाथ से उसके बूब्स दबा रहा था. वो भी मुझे किस कर रही थी. उसके मुझे किस करने से मालूम हो रहा था, कि उसने पहले कभी लिप किस नहीं किया है.
मैंने पूछा – तुमने पेंटी क्यों नहीं पहनी है. वो शर्मा कर बोली – मैंने ब्रा भी नहीं पहनी है. ये सुनकर मैंने उसकी टीशर्ट भी उतार दी. मैंने अपना मुह उसके बूब्स में घुसा दिया और उनको पीने लगा. बीच-बीच में. मैं उसके बूब्स को दबा रहा था और साथ-साथ उसको काट भी देता था. मेरी हवस बढती जा रही थी. वो अपने हाथो से मेरे सिर को अपने बूब्स में दबा रही थी. उसने मेरे कपडे निकालकर मुझे नंगा कर दिया और फिर मैंने उसे बेड पर लिटा दिया. उसने अपनी दोनों बाहे खोलकर मुझे अपने पास बुलाया. मैं उसके पास गया और उसको किस करने लगा. मैं उसके पुरे बदन पर टॉप से बॉटम हर जगह उसको किस कर रहा था. वोवोवोवोवो वोवोवोवो .. क्या मस्त चूत थी उसकी. एकदम चिकनी. उसकी चूत क्लीन शेव थी. मैंने बोला – क्लीन की? सिया बोली – आज ही की है, तुम्हारे लिए. और अहहहः अहहहहः म्मम्मम्म ओअओअओअओअओअओअ करने लगी.फिर मैंने उसे लंड मुह में लेने को कहा. लेकिन उसने मना कर दिया.
मैंने उससे कहा – प्लीज. तो उसने मेरे लंड को थोडा सा मुह में लेकर निकाल दिया और बोली – ठीक है? मैंने कहा – नहीं. प्लीज ठीक से करो. एक बार जैसे की मूवी में लड़की करती है. और ये बोलके मूवी शुरू कर दी और फॉरवर्ड करके उस टाइम पर कर दी, जहाँ लड़की लड़के का मुह में ले रही थी. मैंने सिया को कहा – ऐसे ही करो. फिर वो मुह में लेकर अन्दर बाहर करने लगी. लेकिन, वो ठीक से नहीं कर पा रही थी. मैं बीच- बीच में लंड उसके गले तक उतार देता था और उसकी सांसे रुक जाती थी. हम दोनों से अब कण्ट्रोल नहीं हो रहा था और सिया कांप रही थी. मैंने उससे पूछा – क्या हुआ? तो वो बोली – कुछ नहीं. फिर मैंने उसे जोर से हग किया और उसे प्यार से किस करते हुए फिर से लिटा दिया. मैंने एक बाद फिर से उसकी चूत को चाटना शुरू कर दिया. मैंने उसकी चूत पर थूक लगाकर उसको पूरी तरह से गीला कर दिया. फिर मैंने उसकी चूत में अपनी ऊँगली डाल दी. मैं कभी अपनी एक और कभी दो ऊँगली डालकर अन्दर – बाहर कर रहा था. वो दर्द के मारे तड़प रही थी और मुझसे बोली – बस करो और मुझे ऊपर खीचने लगी.
मैं ऊपर आ गया और उसे किस करने लगा. मैंने अपने लंड पर अपना बहुत सारा थूक लगाया और उसको पूरी तरह से गीला कर दिया. फिर मैंने अपने लंड को उसकी चूत पर लगाया और अन्दर डालने लगा. वो दर रही थी. मैं उसकी परेशानी समझ गया और रुक गया. फिर, मैंने उससे बातें करते हुए उसके दोनों होठो को अपने होठो के बीच में दबा लिया और एक जोर का धक्का मारा. इस झटके में, मेरा थोडा सा लंड उसकी चूत के अन्दर गया और वो बहुत जोर से चीखी. लेकिन उसकी चीख मेरे मुह में ही रुक कर रह गयी. वो छटपटाने लगी, मैं रुक गया और प्यार से उसके गालो पर हाथ फेरने लगा. वो बहुत तेज तड़प रही थी और छटपटा रही थी. मेरा लंड निकल गया. वो रोने लगी और उसकी आँखों में आंसू आ गये. ये देखकर मुझे उसपर इतना प्यार आया, कि मैंने उसे कहा – रोये नहीं. बस कुछ देर में दर्द ख़तम हो जायेगा और उसे मज़ा आने लगेगा. पर वो तो सिर्फ रोये जा रही थी. मैंने उसके मुह को अपने हाथो से बंद किया और अपने लंड को एक और तेज धक्का मार दिया. वो दर्द से फिर से तड़प उठी. उसके दर्द को देखकर मुझे उसपर दया आ गयी और मेरे दिल में दर्द होने लगा. मेरे साथ ये पहली बार हुआ था. सिया से पहले मैंने अपनी गर्ल फ्रेंड को २-४ बार चोदा था. पर ये पहली बार था, कि मैं सॉरी फील कर रहा था.
मुझे सिया पर प्यार और अपने ऊपर गुस्सा आ रहा था, कि मैं ऐसा क्या कर रहा हु उसके साथ. शायद मुझसे उसकी तकलीफ बर्दाश्त नहीं हो रही थी. मैं उसके बगल में लेट गया और अपना एक हाथ उसकी गर्दन के नीचे से निकालकर और दूसरा हाथ उसकी कमर में डालकर उसे अपने ऊपर लिटा लिया. और उससे सॉरी बोला. मैंने बोला – सॉरी. शायद थोडा जल्दी अंदर कर दिया. फर्स्ट टाइम थोडा दर्द होता है. तुम कहो तो फिर कभी करे और उसे किसी छोटे बच्चे की तरह हग करके किस करने लगा. मैं उसके गाल प्यार से सहला रहा था. वो भी अब तक शांत हो चुकी थी. मैंने उससे पूछा – करे क्या? वो चुप रही. मैंने उसे जोर से अपनी बाहों में भीच लिया और कहा – आज नहीं सिया, फिर कभी करेंगे. पर मैं नहीं चाहता था, कि वो मना करे कहते हुए उसको ढीला छोड़ दिया. पर वो मुझे किस करने लगी और बोली – इस बार धीरे करना. मैंने कहा – ठीक है. मैंने उसकी चूत पर इसबार बहुत सारी क्रीम लगा दी और अपने लंड को भी क्रीम से पूरा चिकना कर लिया.
फिर, मैंने कहा – सिया थोडा दर्द होता है. उसने कहा – जो भी हो जाये, तुम रुकना नहीं और मुझे किस करने लगी. इस बार मैंने अपनी पोजीशन चेंज करके बेड पर पैर नीचे करके बैठ गया और उसको अपनी गोद में बैठा लिया. वो मेरी गोद में, मेरे लंड पर थोडा सा ही बैठी थी. मैंने उसका मुह अपने अपने मुह में डाल कर किस करने लगा. उसे कुछ समझ में आता; उससे पहले ही एक झटके साथ मैंने उसकी कमर को पकड़कर अपने लंड में घुसा दिया. मेरा लंड लगभग आधा अन्दर घुस चूका था. वो कुछ रियेक्ट करती. उससे पहले, मैंने पलटकर उसे बेड पर लिटा दिया और अपने लंड को पूरा अन्दर घुसा दिया. ये सब इतनी जल्दी हुआ, कि मुझे भी समझ नहीं आया. वो फिर से रोने लगी. पर इस बार मैंने पूरा प्लान दिमाग में बनाया हुआ था. कि मुझे क्या करना है. मेरा एक हाथ उसकी कमर में दूसरा उसकी गर्दन में था. उसका मुह अभी भी मेरे मुह से बंद था और मैंने अपनी पूरी ताकत उसको जकड़ने में लगा दी. वो हिल भी नहीं पा रही थी और मैं क्या कर रहा हु, मुझे भी नहीं पता था.
२ मिनट ऐसे ही रहने के साथ वो शांत हो गयी और इस दौरान उसने अपने नाख़ून मेरी पीठ में जगह-जगह गडा दिए, ये मुझे बाद में मालूम हुआ. फिर मैं धीरे धीरे अपने लंड को अन्दर बाहर करने लगा. उसके चेहरे पर जो ख़ुशी थी और चमक थी वो मैं बता नहीं सकता. हम दोनों जितने खुश थे. उतने पहले कभी नहीं हुए थे. जाने क्यों, मैं कापने लगा. उसने पूछा – क्या हुआ? मैंने कहा – कुछ नहीं. १० – १५ मिनट में ही हम दोनों झड़ गये. उसने मुझे थैंक्स कहा और किस किया. उस रात हम दोनों ने रात के ३:०० बजे तक सेक्स किया और फिर वो चली गयी. आशा करता हु, कि आपको मेरी स्टोरी पसंद आई होगी.

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